पवन बंसल की हार के बाद CHD कांग्रेस में घमासान, छाबड़ा से माँगा इस्तीफा

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pawan bansal
कुमारेम 
चंडीगढ़ 28 मई 2019 । लोकसभा चुनाव-2019 में शहर से कांग्रेस उम्मीदवार पवन कुमार बंसल की करारी हार के बाद से पार्टी में जबरदस्त घमासान शुरू हो गया है। पार्टी की हार के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा पर लगातार इस्तीफा देने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। इसी बीच जानकारी मिल रही है कि छाबड़ा पद से तुरंत इस्तीफा दे, इसके लिए कुछ कांग्रेसी नेता बंसल से मिलने, उनके आवास पर भी गए थे। हालांकि उनसे कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। फिलहाल असंतुष्टों की ओर से एक अलग से मीटिंग बुलाने की तैयारी की जा रही है, ताकि केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष पार्टी की बदतर हालत के लिए सभी बिंदुओ की जानकारी दी जा सके।
सूत्रों का कहना है कि गत वीरवार को कांग्रेस की हार के रिजल्ट से पार्टी में सन्नाटा पसर गया था। वहीं शुक्रवार की रात से पार्टी के अंदर अचानक ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई और प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ने लगा। पार्टी के कई ऐसे नेता हैं, जो छाबड़ा से नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा चाहते हैं। ताकि पार्टी को संगठनात्मक तौर पर एक बार फिर से मजबूत किया जा सके। सूत्र बताते हैं कि इसी गंभीर मुद्दे पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल से मिलने उनके आवास पर गए थे। इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पार्षद व विपक्ष के नेता देवेंदर सिह बबला, पार्टी महासचिव एचएस लकी, वरिष्ठ नेता पवन शर्मा के अलावा अन्य कई नेताओं का नाम शामिल है। जहां प्रदीप छाबड़ा के इस्तीफे के बारे में काफी देर तक बातचीत हुई। हालांकि बंसल की ओर से छाबड़ा के इस्तीफे को लेकर न तो कोई आश्वासन दिया गया और न ही कुछ पुख्ता तरीके से कुछ कहा गया।
कांग्रेस वरिष्ठ नेता बोले 
पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंदर सिंह बबला का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने कभी भी संगठन को मजबूत करने की कोशिश ही नहीं की, जबकि एक एक कांग्रेसी कार्यकर्ता उन्हें सहयोग करने को तैयार था। उन्होंने कहा कि छाबड़ा के प्रधान बनने के बाद से अब तक कांग्रेस सात से अधिक चुनाव हार चुकी है, जिसमें लोकसभा, एमसी, पंचायत, जिला परिषद, मार्केट कमेटी चुनाव शामिल हैं। बबला के अनुसार एक के बाद एक चुनाव हारने के बाद भी प्रदीप छाबड़ा कुर्सी से चिपके हुए हैं। उन्होंने कहा छाबड़ा से उनकी कोई निजी लड़ाई नहीं है, लेकिन पार्टी की बदहाली अब देखी नहीं जाती। पार्टी को मजबूत करने के लिए छाबड़ा को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।

पार्टी महासचिव बोले 

HS Lucky
कांग्रेस पार्टी महासचिव एचएस लकी ने भी प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा को आड़े हाथों लिया और कहा कि नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें पद से तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। यह अलग बात है कि पार्टी केंद्रीय नेतृत्व उनके इस्तीफे को स्वीकार करे और न करे। लकी ने कहा कि कांग्रेस को जितनी भी वोटें आई है, इसमें पार्टी प्रधान या संगठन की कोई मजबूत भूमिका नहीं रही है। इसमें पार्टी उम्मीदवार व कद्दावर नेता पवन बंसल की अपनी भूमिका ही रही है, जिन्होंने लोगों को अपने साथ जोड़े।
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पार्टी के बड़े नेता ने कहा 

पार्टी के बड़े नेता पवन शर्मा ने पूछे जाने पर बताया कि प्रदीप छाबड़ा के इस्तीफे के संदर्ब में पवन कुमार बंसल से कोई मुलाकात नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि बंसल से बहुत जल्द उनकी मुलाकात होने वाली है। संभव है कि पार्टी प्रधान प्रदीप छाबड़ा के इस्तीफे को लेकर भी बंसल से बात हो सकती है। शर्मा ने प्रदीप छाबड़ा के प्रधान बने रहने पर भी सवाल उठाया और कहा कि छाबड़ा को नैतिकता के आधार पर बिना देरी किए इस्तीफा देना चाहिए।
प्रधान प्रदीप छाबड़ा ने कहा 
कांग्रेस पार्टी के प्रधान प्रदीप छाबड़ा ने स्पष्ट कर दिया कि इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता है। पार्टी संगठन की मजबूती के कारण ही इस बार पिछले लोकसभा चुनाव से करीब 64 हजार मत अधिक पड़े हैं। छाबड़ा ने कहा कि बहुत जल्द पार्टी नेताओं की मीटिंग बुलाकर मंथन करने जा रहे हैं कि आखिकार कमी कहां रह गई। हार के कारणों का पता करेंगे। इन कमियों को पूरा कर पार्टी को मजबूत बनाएंगे। एक सवाल के जवाब में उनका कहना था कि यदि पार्टी हाई कमान कहेंगे तभी इस्तीफा देने के बारे में सोच सकते हैं। वैसे पार्टी के एक एक कार्यकर्ता ने पार्टी उम्मीदवार को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंककर काम किया है।

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