CHD: बिना कार्यालय वाली आम आदमी पार्टी, जनता के लिए खास बन पाएगी! या एमसी चुनाव में वोट कटवा साबित होगी?

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यह वही तस्वीर है जो पिछले दिनों धनास में आप का बड़ा कार्यक्रम हुआ था, पर मीडिया को मंच की खाली कुर्सियों वाली फोटो भेज पार्टी की किरकिरी कराई गई थी

सीएनई न्यूज नेटवर्क
चंडीगढ़ 01 Oct 2021 । एमसी चुनाव के मद्दे नजर आम आदमी एक ओर जहां चंडीगढ़ शहर में पांव पसारने के लिए जमीन तलाश रही है। वहीं इस पार्टी में जिस प्रकार से कछुए की गति से नगर निगम चुनाव की तैयारियां की जा रही है। इससे ऐसा लगता है कि यह पार्टी एमसी चुनाव में सिर्फ और सिर्फ वोटकटवा ही साबित हो सकती है। पार्टी की हालत यह है कि एमसी चुनाव करीब ढाई माह रह गया है। इसके बाद भी शहर में न तो पार्टी का संगठन खड़ा हो पाया है और न ही जनता को जोड़ने को लेकर सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। जानकार मानते हैं कि यदि शहर में आम आदमी पार्टी की यही हालत बनी रही, तो एमसी चुनाव में पैर जमने से पहले उखड़ जाना तय है।

राजनीतिक जानकार बताते हैं कि जिस पार्टी के पास अपना कार्यालय तक न हो, वह पार्टी चुनाव क्या लड़ेगी। पिछले कुछ समय में कई नेता आम आदमी पार्टी के साथ जुडे। इसके बाद भी नेतृत्व के अभाव में धरातल पर कुछ भी साफ़ साफ़ नहीं दिख रहा है। अभी तक पार्टी को मजबूत बनाने के लिए एक भी रणनीतिक बैठक नहीं बुलाई गई है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों निकाली गई पदयात्रा को लेकर भी न तो कोई बैठक हुई थी और न ही नेताओं ने इसको लेकर आपस में कोई चर्चा की थी, जिस वजह से कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन के सामने आप पार्टी का पदयात्रा कार्यक्रम तुलनात्मक फ्लॉप रहा, जबकि पदयात्रा को लेकर एक सप्ताह पहले ही फैसला कर लिया गया था, जिसकी जानकारी नेताओं और कार्यकर्ताओं तक पहुँच ही नहीं पाई थीं।

राजनीतिक जानकारों के अनुसार यह स्थिति आ गई है कि पिछले दिनों पार्टी से कुछ नेताओं के जुड़ने के बाद से पार्टी के अंदर ही पहले वाले कुछ नेता अपने को असुरक्षित मानने लगे हैं। क्योंकि पार्टी से जुड़े नए नेताओं के कारण आम आदमी पार्टी का एक कार्यक्रम बेहद सफल हुआ था। तब से पार्टी में टांग खिंचाई ने जोर पकड़ लिया है। असुरक्षित समझने वाले नेताओं के कारण पार्टी का बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है। पार्टी के अंदर धड़ेबाजी की चर्चा लोगों की जुवान पर आम हो चुकी है। हाल ही में पार्टी से जुड़े लोगों को उखाड़ बाहर करने के लिए भी अन्दर ही अंदर पटकथा लिखी जा रही है। इसी खींचतान के कारण अभी तक शहर में पार्टी का कार्यालय नहीं खुल पाया है।
उदाहरण पेश करते हुए जानकार कहते हैं कि पार्टी में आपसी तालमेल के अभाव में इंदिरा कालोनी में काफी संख्या में लोगों के जुड़ने के बाद भी इसकी आधिकारिक जानकारी मीडिया को नहीं दी गई। हालत यह हुई कि यह खबर अखबारों की सुर्खियां नहीं बन पाई, जबकि मौके पर कनवीनर सहित अन्य कई नेता भी मौजूद थे। इसके पहले धनास में भी एक सफल कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। इस कार्यक्रम में भी काफी संख्या में लोग पार्टी से जुड़े थे, लेकिन एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए मीडियाकर्मियों को मंच की खाली कुर्सियोंवाली फोटो भेजकर पार्टी से जुड़े लोगों के उत्साह को हथौड़ा मारकर ध्वस्त कर दिया।
दूसरी तरफ सनसनीखेज सूचना यह भी मिल रही है कि राजनीतिक भविष्य अन्धकार में जाते देख आम आदमी पार्टी से जुड़ने वाले समर्थक या कार्यकर्ता घर वापसी के लिए गंभीरता से सोचने लगे हैं, जो आम आदमी पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं है (धनास, रामदरबार, इंदिरा कालोनी और मनीमाजरा से सूचना)। क्योंकि यहाँ सिर्फ टांग  खिंचाई  को ही तवज्जो दी जा रही है। जानकार ध्यान दिलाते हुए कहते हैं कि पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन के आवास पर एक पत्रकार वार्ता का आयोजन के दौरान एक सीनियर नेता कुर्सी पर बैठ गए थे। इसके बाद उस नेता के साथ जो हुआ, सभी जानते हैं। इसको लेकर भी पार्टी के अंदर कार्यकर्ताओं में बेहद नाराजगी देखी जा रही है। जारी… 

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