सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने समाज के अंतिम व्यक्ति तक केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए अंत्योदय की भावना से कार्य करने के अपने लक्ष्य को बैंकों के माध्यम से पूरा करने की शुरूआत की है। इसके लिए उन्होंने 1.80 लाख रुपये वार्षिक की आय या 5 एकड़ तक की भूमि जोत वाले परिवारों को ‘मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना’ के तहत 6000 रुपये वार्षिक की सहायता प्रदान करने की शुरूआत की है।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री बैंकर्स से पहले ही आह्वान कर चुके हैं कि वे एक वर्ष के अंदर-अंदर प्रदेश की हर ग्राम पंचायत तक अपनी शाखाएं पहुंचाना सुनिश्चित करें, क्योंकि योजनाएं चाहे केन्द्रीय वित्त पोषित हो या राज्य सरकार की हों, आखिर बैंकों के माध्यम से ही पूरी होती हैं। मुख्यमंत्री की पहल पर बैंक अब युवाओं के लिए शिक्षा ऋण सुगमता से उपलब्ध करवाएंगे। वर्तमान में हरियाणा राज्य में 5684 बैंक शाखाएं, 5911 बैंक मित्र हैं तथा 6055 एटीएम संचालित हैं। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार की हर पांच किलोमीटर के दायरे में बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करवाने की योजना के मद्देनजर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने बैंकर्स से यह आह्वïान किया है।
उन्होंने बताया कि देश के भौगोलिक क्षेत्र का 1.7 प्रतिशत तथा जनसंख्या का 2.6 प्रतिशत प्रतिनिधित्व होने के बावजूद हरियाणा का देश की आर्थिक विकास दर में अहम योगदान है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की पहल पर वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान राज्य सरकार का लोगों को ऋण उपलब्ध करवाने के लिए जिन योजनाओं पर मुख्य फोकस रहेगा उनमें स्टाम्प डयूटी कम करना, प्रधानमंत्री आवास योजना, किसान समूहों के ऋण, डीआरआई अग्रिम तथा फसल अवशेषों के माध्यम से बॉयागैस तैयार करने लिए संयंत्र लगाना तथा शिक्षा ऋण उपलब्ध करवाने की योजनाएं शामिल हैं तथा बैंकों को इन योजनाओं को ध्यान में रखकर अपने कार्यक्रम तैयार करने की अपील मुख्यमंत्री गत दिनों बैंकर्स के साथ हुई राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक में कर चुके है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने बैंकों से संकटकाल ऋण योजना तैयार करने को भी कहा है जिससे इस योजना से लोग साहूकारों के चुंगल से भी बच सकेंगे।