KUMAR MADHUKAR
चंडीगढ़ 25 नवंबर 2021. आम आदमी पार्टी आप के राष्ट्रीय नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी पार्टियों की तरह बंद कमरों में बैठकर खोखले वादे नहीं करती और न ही चुनावी घोषणा पत्र तैयार करती है। मनीष सिसोदिया वीरवार को यहां 31 सेक्टर स्थित सीआईआई में आप की ओर से यूटी चंडीगढ़ में नगर निगम चुनाव के मद्देनजर आयोजित मैनिफेस्टो डायलॉग कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
जिसमें शहर के होटल इंडस्ट्री,आरडब्ल्यूए,इंडस्ट्रलिस्ट,डॉक्टर्स,शिक्षाविदों सहित तमाम वर्ग के बुद्धीजवि लोग पहुंचे थे। जिन्होंने चंडीगढ़ शहर की बेहतरी और खूबसूरती के लिए अपने अपने सुझाव दिए और पेश आ रही समस्याएं सुनाई। इस मौके पर मनीष सिसोदिया के साथ चंडीगढ़ मामलों के प्रभारी जरनैल सिंह,सह प्रभारी प्रदीप छाबड़ा, अध्यक्ष प्रेम गर्ग तथा वरिष्ठ उपाध्यक्ष विक्रम धवन समेत तमाम नेता मौजूद थे। इस मौके पर केजरीवाल के फोटे वाल, “शहर आपका सुझाव आपका” पर्चे बांटे गए ताकि कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले अपने सुझाव दे सकें। मनीष सिसोदिया ने सारे सुझावों का स्वागत करते हुए वादा किया कि सभी सुझावों को आम आदमी पार्टी अपने मेनिफेस्टो में शामिल करेगी और नगर निगम चुनाव जीतने के बाद हर वादे को राजनीतिक दृढ़ता और ईमानदारी से पूरा करेगी।
मनीष सिसोदिया ने अरविंद केजरीवाल सरकार के दिल्ली मॉडल का हवाला देते हुए कहा कि “आप” ने वर्ष 2015 में पहली बार जब दिल्ली में सरकार बनाई तो दिल्ली का बजट महज 30 हजार करोड़ रुपये था लेकिन अरविंद केजरीवाल और अन्य मंत्रियों ने व्यापार जगत के लोगों समेत विभिन्न वर्गों से बैठक की और टैक्स को 12-13 प्रतिशत से घटाकर महज 5 प्रतिशत किया। उन्होंने कहा कि आप में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है नतीजन पार्टी पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है
आप के राष्ट्रीय नेता ने कहा कि पांच वर्ष में दिल्ली का बजट 30 हजार करोड़ रुपये बढ़कर 60 हजार करोड़ रूपये पर पहुंच चुका है। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में हमारी सरकार ने 144 सुविधाओं को डोर स्टेप किया है और 1076 पर कॉल कर घर बैठे काम करवाने की परंपरा की शुरुआत की। सिसोदिया ने स्पष्ट किया कि नगर निगम चुनाव जीतने के बाद एक नए चंडीगढ़ की इबारत लिखी जाएगी और उसके बाद चंडीगढ़वासी सभी अन्य पार्टियों को भूल जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है, जब उद्यमियों समेत हर वर्ग “आप” का साथ दे।
उन्होंने आगे कहा कि राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के चलते आज शहर की रैंकिंग फिसल कर 66 वें रैंक पर आ गई। उन्होंने कहा कि शहर में ब्यूरोक्रेसी हावी है। अफसरों को शहर नहीं अपनी कुर्सी की चिंता रहती है। आप नेता कहा कि ब्यूरोक्रेसी किसी भी राज्य की रीढ़ की हड्डी की तरह होती है और चुने हुए नुमाइंदे दिल तथा उसकी जनता दिमाग, लेकिन मौजूदा समय में दिल दिमाग को भूलकर रीढ़ की हड्डी से काम ले रहा है।