कुमार मधुकर 9041098248
चंडीगढ़। गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन, सेक्टर 20डी, चंडीगढ़ ने आज यहां कॉलेज परिसर में अपना 64वां वार्षिक दीक्षांत समारोह आयोजित किया। कुल 150 बी.एड. और एम.एड. विद्यार्थियों को इस दीक्षांत समारोह में डिग्रियां प्रदान की गईं। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. सपना नंदा ने पंजाब के राज्यपाल तथा यूटी के प्रशासक, चंडीगढ़ माननीय श्री बनवारीलाल पुरोहित का कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में स्वागत किया। उन्होंने सम्मानित अतिथियों श्री धर्म पाल, आईएएस, प्रशासक के सलाहकार, चंडीगढ़ और सुश्री पूर्वा गर्ग, आईएएस, शिक्षा सचिव, चंडीगढ़ प्रशासन का इस अवसर की शोभा बढाने पर आभार व्यक्त किया।
उन्होंने डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम को एक उदाहरण के रूप में संदर्भित किया और इस बात पर जोर दिया कि न केवल बौद्धिक विकास बल्कि चरित्र निर्माण भी वर्तमान पीढ़ी पर सोशल मीडिया के प्रमुख प्रभाव के कारण आधुनिक समय के शिक्षकों का ध्यान होना चाहिए। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भगवद गीता, एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जिसका उच्चारण स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने किया है, जो शिक्षकों के लिए समर्पित तरीके से काम करने के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में कार्य करता है।
विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में विभिन्न स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। बीएड में सत्र 2019-21 में स्वाति ने पहला, सुष्मिता मल्होत्रा ने दूसरा और प्रिया मान ने तीसरा तथा सत्र 2020-22 में अंशिता ने पहला, प्रतीक्षा ने दूसरा और सिमरन खोसला ने तीसरा स्थान हासिल किया। एमएड में सत्र 2019-21 में दामिनी शोरी ने प्रथम, श्वेता सेंगर ने द्वितीय व शिवानी पठानिया ने तृतीय स्थान तथा सत्र 2020-22 में कुनसांग दोरजी ने प्रथम, मंजू सैनी ने द्वितीय तथा रिंकू यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। डिग्री प्राप्त करने वाले सभी छात्रों ने पंजाब विश्वविद्यालय परीक्षाओं में प्रथम श्रेणी प्राप्त की। इस अवसर पर श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में ‘इंटीग्रल एजुकेशन फॉर क्वालिटी टीचिंग’ नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। श्री अमनदीप सिंह भट्टी, निदेशक उच्च शिक्षा, चंडीगढ़ के मार्गदर्शन और देखरेख में कॉलेज का दीक्षांत समारोह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।