चण्डीगढ़ यूटी पावरमैन यूनियन के आह्वान पर संघर्ष तेज करने का ऐलान

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चण्डीगढ़ 5 नवंबर 2019- यूटी पावरमैन यूनियन के आह्वान पर चण्डीगढ़ के बिजली कर्मचारियों ने आज 5 नवंबर 2019 को बिजली दफ्तर, सैक्टर 17 के सामने रैली कीं रैली का आह्वान प्रशासन के एस ई तथा चीफ इंजीनियर द्वारा दिनांकम 14.10.2019, 16.10.2019 तथा 25.10.2019 को हुई मीटिंगों में मानी हुई मांगों को लागू कराने के लिए किया गया।

 संबोधित किया

रैली को यूनियन के महासचिव गोपाल दत्त जोशी, कार्यकारी प्रधान ध्यान सिंह, संयुक्त सचिव अमरीक सिंह, राजपाल, दर्शन सिंह, पान सिंह, कश्मीर सिंह, रणजीत सिंह, दलेर सिंह, स्वर्ण सिंह, मनप्रीत सिंह, टेक राज, मंगल सिंह, सुखविन्द्र सिंह, राजिन्द्र कुमार आदि यूनियन के पदाधिकारियों के अलावा  फेडरेषन के प्रधान रघबीर चन्द वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजिन्द्र कटोच, भीम सेन, सुच्चा सिंह, हरपाल सिंह, पी कामराज, आदि भ्राती संगठनों के नेताओं ने भी संबोधित किया।

मुख्य मांगें

वक्ताओं ने रैली को सम्बोंधित करते हुए कहा कि मांगों पर चीफ इंजीनियर तथा एसई इलैक्ट्रिीसिटी द्वारा निश्चित समय में मांगों को लागू कराने के दिये गये विष्वास के बाद यूनियन द्वारा आज होने वाली 2 घंटे की पैन डाउन/टूल डाउन हड़ताल को वापिस लेकर  रैली का आयोजन किया गया। मीटिंग में  सुचारू तथा मुनाफे में चल रहे चण्डीगढ़ के बिजली विभाग के निजीकरण रोकने, विभाग में खाली पड़ी पोस्टों को भरने, संशोधित पोस्टों पर रखे गये आउटसोर्स कर्मचारियों को विभाग के अधीन कर उनकी सेवायें नियमित करने, कर्मचारियों को 9/16/23 का वेतनमान जारी करने, सहायक लाईनमैनों पिछले तीन साल से पैंडिग डीसी रेट का भुगतान करने, कर्मचारियों की वेतन विसंगित दूर करने,

मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को 5 प्रतिशत सीलिंग खत्म कर पंजाब के आधार पर नौकरी देने, विभाग में फाल्ट लोकेटर वैन, ट्रांसफार्मर, केबल, मीटर तथा अन्य समान का प्रबन्ध करने, कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण देने तथा उनका बीमा करने व खाली पोस्टों को यूटी के कर्मचारियों को प्रमोशन देकर भरने की बजाये इन पर एसडीओ तथा जूनियर इंजीनियर आदि पोस्टों पर पंजाब तथ हरियाणा से मगवाये जा रहे पैनल रद्द करने, पिछले समय में की गई हड़तालों की अवधी को नियमित करने, पिछले चार साल से निलंिबत किये गये इंजीनियर शाम लाल को बहाल करने, कर्मचारियों का रूका हुआ तेल साबुन तथा वर्दीयों का भुगतान करने समेत कई मांगों पर चर्चा कर उनको निश्चित समय में लागू करने का विष्वास देने के बाद हड़ताल को स्थगित किया गया। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि अधिकारी मानी हुई मांगों को लागू करे तथा कर्मचारियों को अगले संघर्ष के लिए विवष न करें।

नाकारात्मक रवैये की निन्दा

उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों द्वारा कुछ मांगों को लागू करने के बाद कार्यवाही रोक दी गई है। वक्ताओं ने मांगों पर अधिकारियों के नाकारात्मक रवैये की निन्दा करते हुए आरोप लगाया कि अधिकारी मांगे मानने की बजाये कर्मचारियों की अंधाधुंध बदलियां कर रहे हैं तथा चेतावनी दी है कि विभाग नेे निजीकरण करने का प्रस्ताव रद्द नहीं किया तथा मानी हुई मांगे शीघ्र लागू नहीं की तथा अंधाधुंध तथा गैर जरूरी बदलियों का दौर बंद नहीं किया तो यूनियन अपने संघर्ष को तेज करेगी तथा सीध्े संघर्ष का ऐलान करेगी। जिस कारण आम जनता को होने वाली परेशानी के लिए अध्किारियों का अडियल रवैया जिम्मेवार होगा।

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