संजीव शर्मा
चंडीगढ़, 19 अप्रैल 2025, भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ के मीडिया प्रभारी संजीव राणा ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि “जो पार्टी खुद मर्यादा की हर सीमा लांघ चुकी है, वह हमें भाषा की मर्यादा न सिखाए।” राणा ने स्पष्ट कहा, “चंडीगढ़ कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष लक्की हमें पाठ न पढ़ाएं।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को जब अपने राजनीतिक हित साधने होते हैं, तो वे देश के प्रधानमंत्री तक के लिए अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने से भी नहीं चूकते। और आज वही कांग्रेस हमें संयम और शिष्टाचार का पाठ पढ़ाने की कोशिश कर रही है।
“हम हर व्यक्ति का सम्मान करते हैं, लेकिन जो लोग देश के प्रधानमंत्री के लिए अपशब्द कहने में भी संकोच नहीं करते, अब वही मर्यादा की दुहाई दे रहे हैं – यह ढोंग अब नहीं चलेगा।” – संजीव राणा
राणा ने कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते हुए यह भी कहा:
“प्रताप सिंह बाजवा ने सार्वजनिक रूप से कहा कि 50 ग्रेनेड पंजाब लाए जा चुके हैं। सवाल यह है कि उन्हें कैसे पता चला कि कितने ग्रेनेड लाए गए, कौन लाया और कहाँ रखे गए?”
“क्या चंडीगढ़ कांग्रेस को भी इस बात की पहले से जानकारी थी? अगर नहीं, तो लक्की और मनीष तिवारी आज तक इस पर चुप क्यों हैं?”
“क्या यह चुप्पी सिर्फ संयोग है, या फिर बाजवा और आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की भाषा में समानता कोई संकेत देती है?”
भाजपा की तीन प्रमुख मांगें:
1. प्रताप बाजवा के बयान पर कांग्रेस को तुरंत सफाई देनी चाहिए।
2. मनीष तिवारी और लक्की स्पष्ट करें कि वे बाजवा के साथ खड़े हैं या भारत की सुरक्षा के साथ।
3. अगर कांग्रेस या उसके किसी नेता के पास आतंक से जुड़ी कोई जानकारी है, तो उसे तुरंत जांच एजेंसियों को सौंपा जाना चाहिए – वरना यह देशद्रोह की श्रेणी में आएगा।
“कांग्रेस की चुप्पी समर्थन नहीं, षड्यंत्र की भागीदारी है।”
राणा ने अंत में कहा कि जब कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी को विदेशी शैली में दिखाते हुए बैनर लगाती है, तब यह केवल राजनीतिक विरोध नहीं, बल्कि यह दर्शाता है कि उनकी निष्ठा हिंदुस्तान से नहीं, विदेशी ताकतों से जुड़ी है।
“जो भारत की सीमाओं को मिटाने का सपना देख रहे हैं, उनसे अब शब्दों से नहीं, राष्ट्रहित की लड़ाई होगी।”