कुमार एम
चंडीगढ़ 11 जुलाई। सूत्रों के हवाले से बहुत ही बड़ी और धमाकेदार सूचना मिल रही है कि शहर में सत्ता भोगी ग्रुप पर प्रदीप छाबड़ा ग्रुप भारी पड गया है। प्रदीप छाबड़ा ग्रुप की घाक और आक्रामकता के कारण आजकल ही घोषणा होने वाली चंडीगढ़ कांग्रेस बाॅडी अब लटक गई है। समझा जा रहा है कि चंडीगढ कांग्रेस बाॅडी की घोषणा नगर निगम चुनाव के आसपास की जाएगी या फिर कांग्रेस के कुछ राज्यों में प्रभारियों के बदलने बाद ही बाॅडी की घोषणा हो सकेगी। सूत्रों के हवाले से यह भी खबर मिल रही है कि कांग्रेस की ओर से आने वाले समय में कुछ प्रभारियों का बदलाव किया जाना है, हरीश रावत भी बदले जा सकते हैं, क्योंकि उन्हें अपने राज्य की कांग्रेस को मजबूत करना है।
सूत्रों के अनुसार अपने आपको चंडीगढ़ का कांग्रेस समझने वाले एक नेता ने कांग्रेस बाॅडी में अपने अपने लोगों के नाम डलवाकर लिस्ट भेजी थी। जब यह लिस्ट दिल्ली पहुंची तो इसके काउंटर में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप छाबडा ने भी अपनी एक लिस्ट तैयार कर दिल्ली भेज दी। सूत्रों का दावा है कि छाबड़ा के जनाधार को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चावला को दिल्ली के दबाव में कई बार बॉडी लिस्ट में नामों का बदलाव करना पडा। इन सबके बावजूद बाॅडी की सूची अनिश्चितकाल के लिए लटक गई।
सूत्रों का दावा है कि अपने आपको चंडीगढ़ की कांग्रेस समझने वाले सत्ता भोगी नेता चाहते हैं कि बाॅडी की सूची में प्रदीप छाबड़ा ग्रुप के एक भी नेता का नाम बिल्कुल भी शामिल न किया जाए। इस जानकारी के बाद पार्टी के कई राष्ट्रीय नेताओं ने भी कथित चंडीगढ़ कांग्रेस समझने वाले नेता को साफ कर दिया कि अब पार्टी में यह सब नहीं चलने वाला। कांग्रेस को एकजुट और मजबूत करने के लिए सभी गु्रपों के नेताओं को बॉडी में समान रूप से शामिल किया जाएगा। साथ ही किसी भी सूरत में पहले जैसी किसी की मनमानी नहीं चलने दिया जाएगा। क्योंकि सत्ता भोगियों ने ही पार्टी की राजनीतिक आधार को बर्बाद करके छोड दिया है। हाईकमान के इस सोच के बाद से ही अपने को कथित कांग्रेस समझने वाले नेता के पैरों तले जमीन खिसक गई है। अब चंडीगढ़ कांग्रेस बाॅडी की घोषणा में बहुत देरी हो सकती है।