हैदराबाद में हुई दरिंदगी के खिलाफ महिला कांग्रेस ने भरी हुंकार

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राज सिंह 
चंडीगढ़ 2 नवंबर 2019। हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ दरिंदगी हुई पूरे देश को आकर्षित किया है। सोमवार को उसका गुस्सा चंडीगढ़ में भी देखने को मिला। चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस की तरफ से सेक्टर 17 प्लाजा में वेटनरी  डॉक्टर  से हुई दरिंदगी को लेकर कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी गई। और बलात्कारियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की है। जिसमें मुख्य रूप से चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा भी शामिल थे। छाबड़ा ने कहा है कि पकड़े के हत्यारों को तुरंत फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चला कर जल्द से जल्द फांसी के तख्ते पर लटकाए। इस दरिंदगी को लेकर कई मौजूद महिलाओं के आंखों में आंसू भी निकल रहे थे।
बस उनकी यही पुकार थी कि इन चारों दरिंदों को जल्दी से जल्दी फांसी के तख्ते पर लटकाया जाए और पूरे देश को पता चले की ऐसे अन्य दरिंदे इस तरह की घटना को अंजाम ना दें आज इस दरिंदगी को लेकर पूरा देश गुस्से में है हर तरफ धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं वही  चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की तरफ से हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर को 4 दरिंदों द्वारा हैदराबाद की बेटी डॉक्टर का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म किया और बाद में जिंदा चला दिया। डॉ बिटिया ने दिसंबर 2012 के  निर्भया कांड की याद दिला दी।इस जघन्य कांड से पूरा देश उबल रहा है। चंडीगढ़ महिला कांग्रेस ने मानती है कि पकड़े गए चारों दरिंदों को तुरंत जांच के तरीके और कानून बदल कर फास्ट्रेक कोर्ट में मामले को लेकर तुरंत फांसी के तख्ते पर लटका दे। ताकि अन्य अपराधी लोग ऐसी क्रूरता दरिंदगी से पहले सबक सीख ले। चंडीगढ़ महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चल रही सरकार ने महिलाओं की स्थिति का बुरा हाल होता जा रहा है। सरकार पूर्ण रूप से महिलाओं को सुरक्षा देने में विफल रही।
समाज का रवैया भी महिलाओं के प्रति बेहद दुखद है। देश में इतने सामूहिक दुष्कर्म हो रहे हैं पर असहाय लोग जिसे समाज बनता है। कुछ नहीं कर पाते। और हर रोज कई औरतें किसी ना किसी की हवस और क्रूरता की बलि चढ़ जाती है। दीपा दुबे ने कहा है कि निर्भया रेप केस के दोषी आज भी जिंदा है। समाज और सरकार ऐसे दरिंदों को ऐसी वारदातों करने और उन्हें पूर्ण विश्राम है कि कोई भी उनका बाल भी बांका नहीं कर सकता। निर्भया केस के दोषियों का जीता जागता उदाहरण हम सबके सामने है। वह आज भी जिंदा है। निर्भया कब की जा चुकी है। निर्भया के दोषियों को फांसी की सजा कब से मिल चुकी है। लेकिन सजा भी प्रक्रिया को अभी पूरा नहीं किया गया। दुबे ने कहा है कि हर रोज कोई ना कोई निर्भया फिर से दरिंदों का शिकार होती है। अपनी मेहनत के बल पर महिलाएं बुलंदियां छू रही है। हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
लेकिन अपनी सुरक्षा को लेकर अपने ही देश में वह आज असहाय महसूस कर रही हैं। निरंतर बढ़ते अपराध इस बात का प्रमाण है कि महिलाएं सुरक्षा के नाम पर जो कदम सरकार के दोबारा उठाए गए हैं। वह पूर्ण रूप से नाकाम है। दुबे ने कहा है कि महिलाओं को जिंदा जला देना हमारा समाज को पूर्ण रूप से पोल खोलता है कि समाज में महिलाओं की क्या स्थिति है। आखिर कब सरकार और समाज ऐसे हत्यारों को तुरंत सजा देकर समाज में एक मैसेज दे पाएंगे। कि अगर कोई ऐसा अपराध में लिप्त होता है। तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। ताकि अन्य अपराधी ऐसे अपराध में लिप्त होने से पहले उसे सजा को याद करें। वही सोमवार को कांग्रेस की तरफ से दोनों सदनों में हैदराबाद की बेटी से हुए अपहरण दुष्कर्म के बाद जिंदा जला देना का मुद्दा उठाया गया। संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार इस मामले को लेकर काफी गंभीर है। सरकार इस मामले को किसी भी  तरह का सख्त से सख्त कानून बनाने के लिए तैयार है। इस मौके पर चंडीगढ़ महिला कांग्रेस कार्यकर्ता के अलावा समस्त कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।

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